Shopping cart

No Widget Added

Please add some widget in Offcanvs Sidebar

TnewsTnews
  • Home
  • न्यूज़
  • अब आइज़ोल में बजेगी रेल की सीटी! ऐतिहासिक जुड़ाव
न्यूज़

अब आइज़ोल में बजेगी रेल की सीटी! ऐतिहासिक जुड़ाव

Email :17

आज़ादी के 77 साल बाद पहली बार आइज़ोल पहुंचेगी ट्रेन: मिज़ोरम का ऐतिहासिक सफर शुरू!, भारतीय रेलवे का सपना अब पूर्वोत्तर के आख़िरी छूटे हुए राजधानी शहर तक पहुँच चुका है — मिज़ोरम की राजधानी आइज़ोल (Aizawl) पहली बार देश के रेल नेटवर्क से जुड़ गई है। आज़ादी के 77 वर्षों बाद, यह ऐतिहासिक क्षण न केवल इंजीनियरिंग का चमत्कार है, बल्कि मिज़ोरम की भावनात्मक जीत भी है।

बैराबी-सैरांग रेल प्रोजेक्ट: 51.38 किमी की इंजीनियरिंग क्रांति – इस सपने को साकार किया है बैराबी–सैरांग रेलवे परियोजना ने, जो 51.38 किमी लंबी है और इसे देश की सबसे चुनौतीपूर्ण रेल परियोजनाओं में गिना जा रहा है।

⚙️ प्रमुख विशेषताएँ:

  • 🛤️ 48 सुरंगें – कुल 12.85 किमी लंबाई
  • 🌉 142 पुल – 55 बड़े, 87 छोटे
  • 🌉 ब्रिज नं. 196 – 104 मीटर ऊंचा, क़ुतुब मीनार से 42 मीटर ऊँचा!
  • 🚄 90 किमी/घंटा तक ट्रेन गति की मंज़ूरी
  • CRS से सुरक्षा सर्टिफिकेशन जून 2025 में मिल चुका है
  • 🔧 निर्माण लागत: ₹5,000–₹8,000 करोड़ के बीच

आइज़ोल: अब सिर्फ राज्य की राजधानी नहीं, राष्ट्र से जुड़ा प्रवेशद्वार

अब तक आइज़ोल ही एकमात्र पूर्वोत्तर राज्य की राजधानी थी जो भारतीय रेलवे नेटवर्क से नहीं जुड़ी थी। लेकिन अब, जब पहली ट्रेन सैरांग स्टेशन (आइज़ोल से 12 किमी दूर) तक पहुंचेगी, तो यह केवल लोहे की पटरियों की बात नहीं होगी — यह मिज़ोरम के आत्मसम्मान और राष्ट्र की एकता की तस्वीर होगी।

क्या बदल जाएगा इस एक कनेक्शन से?

💼 व्यापार को मिलेगा पंख

अब किसानों, व्यापारियों और स्टार्टअप्स को देश के बाजारों तक सीधी पहुंच मिलेगी।,

पर्यटन को मिलेगा ज़ोर

“विस्टाडोम कोच” जैसे आधुनिक पर्यटन डिब्बों से लोग मिज़ोरम की प्राकृतिक सुंदरता—रीएक हिल्स, वंतांग फॉल्स, डैंपा टाइगर रिज़र्व—का लुत्फ़ ले पाएंगे।

🕰️ यात्रा समय में भारी कटौती

गुवाहाटी से आइज़ोल तक सड़क से लगने वाला 18 घंटे का समय अब ट्रेन से घटकर मात्र 12 घंटे रह जाएगा।

रणनीतिक मजबूती

यह रेललाइन भविष्य में भारत-म्यांमार सीमा तक विस्तार का आधार बनेगी — जिससे भारत का पूर्वोत्तर से ASEAN देशों की ओर व्यापार आसान होगा।

उद्घाटन की तैयारी: प्रधानमंत्री करेंगे शुभारंभ

मिज़ोरम के मुख्यमंत्री लल्डुहोमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस रेल प्रोजेक्ट के उद्घाटन का अनुरोध किया, जिसे स्वीकृति मिल चुकी है। जुलाई 2025 के अंत तक इसका आधिकारिक उद्घाटन हो सकता है।

रेल कनेक्टिविटी सिर्फ लोहे की पटरियाँ नहीं होतीं, यह उम्मीद, प्रगति और जुड़ाव का रास्ता होता है। बैराबी–सैरांग रेललाइन सिर्फ मिज़ोरम की जीत नहीं, यह भारत की हर उस कोने की जीत है जो वर्षों से विकास की प्रतीक्षा में था। अब जब आइज़ोल से ट्रेन चलेगी, तो उसकी सीटी सिर्फ एक इंजन की नहीं होगी, वह पूरे भारत के विकास की गूंज होगी।

Spread the love
img

NeoChanakya.com एक स्वतंत्र डिजिटल मंच है जो समाचार, राजनीति, इतिहास, रणनीति और आर्थिक विश्लेषण को तथ्यात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करता है। हमारा उद्देश्य है शोर से हटकर सार्थक संवाद को बढ़ावा देना। यहाँ हम सिर्फ खबर नहीं, उसके पीछे की सोच और असर पर चर्चा करते हैं — ताकि आप ना सिर्फ जानें, बल्कि समझें और सोचें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Related Posts